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Mee Raqsam [2020] | Movie Review

Mee Raqsam [2020] | Movie Review

Mee Raqsam [2020] | Movie Review
Mee Raqsam [2020]


Overview

'मी रक़सम' 2020 की एक इमोशनल ड्रामा फिल्म है जिसे बाबा आज़मी ने डायरेक्ट और शबाना आज़मी ने प्रोड्यूस किया है। Zee5 पर रिलीज मी रक़सम फ़िल्म हिंदुस्तानी क्लासिकल डांस भरतनाट्यम के बहाने एक खूबसूरत संदेश देती है कि कला की रूह उसकी आजादी है और उसे किसी खास मजहब या जाति में बांधना उसके साथ ज्यादती है और कोई भी कला को बांध कर नहीं रख सकता। इस फिल्म में मुख्य भूमिका नसीरुद्दीन शाह, दानिश हुसैन, अदिति सूबेदी, राकेश चतुर्वेदी, श्रद्धा कौल, फारुख जाफर निभाई है। इस फिल्म को 21 अगस्त 2020 को ओटीटी प्लेटफॉर्म ZEE-5 पर रिलीज़ किया गया था। इस फिल्म की अवधि 1h 35m है। 

Film Story

मी रक़सम की कहानी यूपी के आजमगढ़ जिले स्थित मिजवां गांव में रहने वाले सलीम (दानिश हुसैन) की है जो पेशे से एक दर्जी है। सलीम की पत्नी का आकस्मिक निधन हो जाता है और घर में अब सिर्फ सलीम और उसकी बेटी मरियम (अदिति सूबेदी) रह जाते हैं। मरियम भी अपनी मां की तरह ही भरतनाट्यम सीखना चाहती है, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वो अपने पिता सलीम के सामने अपनी ख्वाहिश जाहिर नहीं कर पाती। सलीम को ये बात पता होती है और एक दिन वो मरियम का दाखिला भरतनाट्यम डांस स्कूल में करा देता है। चूंकि मुस्लिम समुदाय में भरतनाट्यम के प्रति ये धारणा फैली होती है कि भरतनाट्यम पूरी तरह से हिंदुओं का डांस है और भगवान की अराधना से जुड़ा है, इसलिए सलीम और मरियम ये बात अपने रिश्तेदारों और गांव वालों से छुपाते हैं। लेकिन एक दिन सबको यह पता चल जाता है कि सलीम की बेटी मरियम भरतनाट्यम सीख रही है। इसके बाद हंगामा हो जाता है। धार्मिक नेता हाशिम सेठ (नसीरुद्दीन शाह) सलीम को समझाने आते हैं और धमकी देते हैं कि वह अपनी बेटी को समझाए और भरतनाट्यम न सीखे। इस बीच सलीम के कुछ फिक्रमंद उसकी मदद करने की कोशिश करते हैं और इसी दौरान मरियम को डांस कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेने के लिए उसकी टीचर हौसला बढ़ाती है। लेकिन एक दिन अचानक उसके घर पत्थरबाजी होती है और इस घटना के बाद सबकुछ बदल जाता है। तो क्या सलीम की स्थिति सुधर पाती है? क्या मरियम भरतनाट्यम डांस कॉम्पिटिशन में हिस्सा ले पाती है और लोगों का जवाब दे पाती है? इन सारे सवालों के जवाब को जानने के लिए ये फिल्म आपको देखनी होगी।



Review

इस फिल्म को IMDb पर 160 यूजर से 6.7/10 रेटिंग मिली है। इस फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है। ये फिल्म एक बड़ा संदेश देती है कि कला पर सबका अधिकार है और इसे किसी भी जाति या मजहब द्वारा बांध कर नहीं रखा जा सकता है। इस फिल्म में आप बिल्कुल भी बोर नहीं होंगे। फिल्म आपको पूरी तरह से बांध कर रखेगा क्योंकि इस फिल्म को लोगों ने पांच में से चार स्टार दिए हैं।

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